RBI ने e RUPI को लांच कर दिया है। 2014 में भारत को डिजिटल इंडिया बनाने का सपना देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र में एक और काम किया है जो है भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक वाउचर आधारित डिजिटल पेमेंट सिस्टम। हमलोग इस लेख में जानेंगे e rupi के बारे में, e rupi upsc तथा अन्य परीक्षाओं में पूछा जा सकता है। इस लेख से विद्यार्थियों को महत्त्वपूर्ण लाभ होगा।
e RUPI डिजिटल करेंसी में भारत का पहला प्रयास है। यह एक कैशलेस और डिजिटल पेमेंट सिस्टम का माध्यम है। इसका विकास NPCI( National Payment Corporation of India) , वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। इस डिजिटल करेंसी का उपयोग कई देशों द्वारा किया जा रहा है जैसे: अमेरिका, स्वीडन, हांगकांग, चिली आदि।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- e RUPI क्या है?
- e RUPI के प्रयोग
- उद्देश्य
- लाभ
- चुनौतियां
- e RUPI का भारत में भविष्य
- क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
e RUPI क्या है?
- यह एक कैशलेस भुगतान है जो SMS ya QR कोड के रूप में मिलेगा अर्थात् यह गिफ्ट वाउचर की तरह होगा।
- यह बिना डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड तथा इंटरनेट बैंकिंग के कुछ खास जगहों पर सुविधा प्रदान किया जाएगा और लेनदेन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाएगा।
e RUPI का प्रयोग
- निजी और सार्वजनिक संस्था को व्यक्तियों के विवरण जिसे भुगतान किया जाएगा, बैंक से संपर्क करना होगा।
- बैंक द्वारा सेवा प्रदाता को एक वाउचर दिया जाएगा, जो उस खास व्यक्ति के नाम पर होगा तथा इसकी पहचान मोबाइल नंबर द्वारा की जाएगी।
उद्देश
- सरकार की योजनाओं को लागू करने में भ्रष्टाचार को कम करना।
- सरकार द्वारा सब्सिडी आवंटित करने में आसानी बनाना।
- नोटों की छपाई तथा सिक्कों की ढलाई पर खर्च कम करना।
- कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देना।
e RUPI के लाभ
- यह RBI के नियंत्रण में रहेगा जो सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है तथा आम जनता का भरोसा भी बढ़ेगा।
- रुपया और डिजिटल रुपया दोनों का मूल्य एक दूसरे के बराबर होगा। जिससे जनता इसके माध्यम से वस्तु एवं सेवा खरीद सकते हैं।
- सरकार भी अपनी योजनाओं जैसे टीबी उन्मूलन, आयुष्मान भारत योजना, उर्वरक सब्सिडी, मातृ एवं बाल कल्याण योजना के तहत सेवाएं प्रदान करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
- निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी के कल्याण और सामूहिक सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) कार्यक्रमों के लिए भी e rupi का लाभ उठा सकते है।
- यह भ्रष्टाचार को कम करने में भी मदद कर सकता है।
चुनौतियां
- भारत में इंटरनेट स्पीड की समस्या है। 5G आने से इसमें सुधार होगा। लेकिन आज भी देश के कई स्थानों और गांव तक इंटरनेट की पहुंच कमजोर है। जो सरकार के सामने एक चुनौती के रूप में है।
- e rupi को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है।
e RUPI का भारत में भविष्य
- भारत में UPI, कार्ड पेमेंट अर्थात् डिजिटल भुगतान काफी तेजी से बढ़ा है। छोटे मूल्य के लेनदेन में नगदी का उपयोग बरकरार है।
- भारत का नगद जीडीपी अनुपात देश की “केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा “ की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।
- क्रिप्टोकरेंसी जैसी निजी वर्चुअल मुद्राओं के प्रसार की वजह से e RUPI को भी बढ़ावा मिलेगा। जो लोगों के लिए लाभदायक होगी।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
- मुद्रा का वह रूप जो डिजिटल है अर्थात् भौतिक नहीं है और लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है।
- यह पीयर टू पीयर नेटवर्क द्वारा समर्थित है जिसको ब्लॉकचेन ( जहां इंफॉर्मेशन ब्लॉक के रूप में स्टोर की जाती है जो एक साथ मिलकर चेन बनाते है) टेक्नोलॉजी कहा जाता है।
- इसपर किसी देश या सरकार का नियंत्रण नहीं होता और ना ही इसका कोई प्राधिकरण है।
आज आपको इस लेख में e RUPI के बारे में जानकारी मिली। मैं आशा करता हूं कि आपको यह लेख काफी पसंद आया होगा। e rupi upsc तथा अन्य परीक्षाओं में पूछने पर आपको काफी मदद मिल सकती है। इसे लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें। धन्यवाद।